गणपति जी आरती | Ganpati Ji Aarti

Aarti Selector गणपति जी आरती | Ganpati Ji Aarti

🙏 आरती संग्रह 🙏




गणपति जी आरती | Ganpati Ji Aarti

गणपति जी आरती | Ganpati Ji Aarti

गणपति की सेवा मंगल मेवा, सेवा से सब विघ्न टरें ।

तीन लोक के सकल देवता, द्वार खड़े नित अर्ज करें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


रिद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजें, अरु आनन्द सों चमर करें ।

धूप-दीप अरू लिए आरती, भक्त खड़े जयकार करें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


गुड़ के मोदक भोग लगत हैं, मूषक वाहन चढ्या करें ।

सौम्यरूप सेवा गणपति की, विघ्न भाग जा दूर परें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


भादो मास अरु शुक्ल चतुर्थी, दिन दोपारा दूर परें ।

लियो जन्म गणपति प्रभु जी ने, दुर्गा मन आनन्द करें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


अद्भुत बाजा बजा इन्द्र का, देव बंधु सब गान करैं ।

श्री शंकर को आनन्द उपज्यो, नाम सुने सब विघ्न टरें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


आनि विधाता बैठे आसन, इन्द्र अप्सरा नृत्य करें ।

देखत वेद ब्रह्माजी जाको, विघ्न विनाशक नाम धरें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


एक दन्त गजवदन विनायक, त्रिनयन रूप अनूप धरें ।

पग थम्बा सा उदर पुष्ट है, देख चन्द्रमा हास्य करें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


दे शराप श्री चन्द्रदेव को, कलाहीन तत्काल करें ।

चौदह लोक में फिरें गणपति, तीन लोक में राज्य करें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


उठ प्रभात जो आरती गावे, जाके सिर यश छत्र फिरें ।

पूजा काल आरती गावैं, ताके शिर यश छत्र फिरैं ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


गणपति जी की पूजा पहले करनी, काम सभी निर्विघ्न सरें ।

सभी भक्त गणपति जी को, हाथ जोड़कर स्तुति करें ॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥


🔊 विकल्प 1: Voice Prompts 🔊

Status: Ready

Note: This voice prompts is dependent on your system or Mobile if voice prompts not running so please voice prompts enable on your Divice settings. here Text alignment and Text positio is change if play voice prompts.

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!